कविता की रचना वक़्त पर कि गई |

आज बढते जा रहे होपर घमंड इतना न कर |उन दिनों को याद करलोजब थे तुम धरती के तल | राहो में बढते चलो तूमख्याल यह रखना तुम्हे |जो जमी पर गिर पड़े है,उन्हें भी उठाना है तुम्हे | सिर पर तुम्हारे हाथ जिनकाकुछ तो कर उनके लिए |जो लल्ला कर तुम्हे पुकारेमुहं न मोड … Read more

कविता की रचना बीते हुए समय पर कि गई |

कविता की रचना बीते हुए समय पर कि गई बीती रात, भौरकाल आयाचिड़िया चू चू करने लगती |गुन गुन करते आते भंवरेतब फूलों को चूमने लगते|बीती रात, भौरकाल आया | सुनकर आवाज चिडियों कीनींद से जागने जब लगतें हैं |पानी को लोटे में लेकरमुहं को धोने तब लगते हैं | भौरकाल समय जब होतालोग भ्रमण … Read more

कविता एक वृद्ध अम्मा पर आधारित है!

कविता एक वृद्ध अम्मा पर आधारित है! थक गई अब संघर्ष करतेआया अन्त समय अब मेरा!चंद काल धरती पर हूँ !संध्या, हो या सवेरा! मरकर अर्थी पडीं रहेगीशोक मनाने लोग आयेगे!कुछ लोग हे, राम कहेंगेकुछ हाथ जोड़कर खड़ेरहेगें! लेटी थीं तब चली गईअर्थी उसकी पडी रही!लोग आएगे शोक मनानेमरते वक़्त अम्मा बोल गई! पुत्री रूप … Read more

ये हिंदी कविता पेड़़ पौधे हैं तो जीवन है पर आधारित है!

ये हिंदी कविता पेड़़ पौधे हैं तो जीवन है पर आधारित है! चलो मिलकर पेड़ लगायें!जीवन को खुशहाल बनाऐ!खेत, उद्यान, सडक किनारेपेड़ लगाकर सौदंर्य बढाये॥चलो मिलकर पेड़ लगाये! धरती की सुन्दरता पेड़ों से छाया हमें मिलती इनसे! लहराते पेड़ जब धरती पर सौन्दर्य धरती का पेड़ों से! अनेकों लाभ मिलते पेड़ों सेखेतो के कटाव रूकते … Read more

ये कविता कोरोना पर आधारित है

ये कविता कोरोना पर आधारित है