कविता एक वृद्ध अम्मा पर आधारित है!

कविता एक वृद्ध अम्मा पर आधारित है! थक गई अब संघर्ष करतेआया अन्त समय अब मेरा!चंद काल धरती पर हूँ !संध्या, हो या सवेरा! मरकर अर्थी पडीं रहेगीशोक मनाने लोग आयेगे!कुछ लोग हे, राम कहेंगेकुछ हाथ जोड़कर खड़ेरहेगें! लेटी थीं तब चली गईअर्थी उसकी पडी रही!लोग आएगे शोक मनानेमरते वक़्त अम्मा बोल गई! पुत्री रूप … Read more

इस कविता की रचना कोरोना वायरसघटित घटनाओं पर की गई है

इस कविता की रचना कोरोना वायरसघटित घटनाओं पर की गई है संभलो वक़्त है बाकीवक़्त यू ही बीत न जाए!कितना धरती को खोदोगेकितना धूआं फैलाना बाकी॥संभलो वक्त है बाकी॥ कितनो का राख बन चुका कितने अभी बनेगे बाकी॥ जब गंगा जमुना भी पूछेगी अब प्रदूषित करना हमें है बाकी! हर दिन उड़ रहा है ,धुआँहर … Read more

ये हिंदी कविता पेड़़ पौधे हैं तो जीवन है पर आधारित है!

ये हिंदी कविता पेड़़ पौधे हैं तो जीवन है पर आधारित है! चलो मिलकर पेड़ लगायें!जीवन को खुशहाल बनाऐ!खेत, उद्यान, सडक किनारेपेड़ लगाकर सौदंर्य बढाये॥चलो मिलकर पेड़ लगाये! धरती की सुन्दरता पेड़ों से छाया हमें मिलती इनसे! लहराते पेड़ जब धरती पर सौन्दर्य धरती का पेड़ों से! अनेकों लाभ मिलते पेड़ों सेखेतो के कटाव रूकते … Read more