धतूरा पौधे ,मदार-पौधा की विशेषता

मदार-पौधा
मदार-पौधा
धतूरा-पौधा
धतूरा-पौधा

धतूरा पौधे की विशेषता— धतूरा एक ऐसा पौधा है, जिसके फूल और फल, शिव भगवान को चढाये जाते है, इस पौधे को लोग अपने घर आंगन में लगाते हैं, जिस घर में धतूरा का पौधा होता है उस घर में माता सरस्वती का वास होता है |
धतूरा एक औषधीय पौध है —- धतूरा की पौधों की जड़ से पैर की जकड़ी हुईं नसें या जाम पडीं नसों के लिए बहुत लाभकारी है,
धतूरा पौधे का औषधियां में उपयोग—इस पौधे की जड़ इसके साथ मदार के पौधे की जड़ के साथ अदर, लहसुन, को कुटकर कंकड़,वाला, नमक फिटकरी का एक छोटा सा टुकड़े को किसी वर्तन में उबाले पानी की मात्रा इतनी होनी चाहिये जिससे आपके दोनों पैरों की ऐड़ी के ऊपर तक पानी रहे फिर पानी को किसी एक ऐसा बर्तन में रखिए जिसमें आप दोनों पैरों को मिलाकर उस वर्तन में खड़ा हो सकें जैसे तसल्ली आपने उबालकर जो पानी तैयार किया है, उस वर्तन में पैर के दोनों फुट आना चाहिए लगभग पांच मिनट तक उस गर्म पानी में खड़ा रहना है,


पानी इतना गर्म रखें जितना आप सहन शीलता रख सकते हो इसके उपरांत फिर उसी पानी को किसी वर्तन में बन्द कर के रख दे यही पानी जो आप ने बनाया है इस पानी को गर्म कर पांच दिन तक उपयोग कर सकते हो |


सरसों के तेल के साथ लौगं, लहसुन को गर्म करके रात्रि में सोते समय ऊपरी हिस्सा जांघ से पैर के तलवे तक इस तेल का मालिस
कम से कम चार या पांच दिन तक करें देखे इससे आपको कितना आराम मिला इसका प्रयोग रात्रि के समय सोने से पहले करें क्यों की रात को सोते समय नसें चढ़ जाती हैं, या सुन पड़ जाती है|

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